अंतरिक्ष
Level 4

अंतरिक्ष

Space & Beyond

विस्तृत विवरण

अंतरिक्ष की असीमता हमें अपनी सीमाओं से परे जाने की प्रेरणा देती है। मौन और शून्यता की साधना के माध्यम से हम ब्रह्म चेतना से जुड़ सकते हैं। यह अनुभव शब्दों से परे है - यह केवल अनुभूति में समझा जा सकता है। इस स्तर पर साधक अपने अहंकार की सीमाओं को पार करके विश्व चेतना में विलीन होने लगता है।

"डमरु वाले! टिम्बर गिता!! वाह! वाह!! वाह!!!"

मुख्य बिंदु

  • 1
    सीमाओं से परे जाना
  • 2
    मौन और शून्यता साधना
  • 3
    ब्रह्म चेतना से जोड़ना